वैसे पाकिस्तानी, अफगानिस्तानी बांग्लादेशी मुस्लिम्स भी भारत की नागरिकता पा सकते हैं, वशर्ते अपने सनातन पूर्वजों के मूल आस्था सनातन धर्म के हिन्दू, बौद्ध, जैन या सिख पंथ का हिस्सा बन जाए अथार्थ घर वापसी कर लें !
आखिर अपने असली सहि पूर्वज की विरासत का हिस्सा बनने में क्या संकोच?
कब तक इस्लामिक जाल में फसकर अपने अपने क्षेत्र के मूल भाषा, बोली, पहनावा, खान -पान, अपने कुल परंपरा और कुलदेवता को त्याग आतंकी मकर जाल में फंस कर अरबी फ़ारसी उर्दू और अरबी परंपरा का हिस्सा बने रहेंगे??
हमें आप से नहीं आपके हिंसात्मक, विनाशक और अपने ही जड़ों को काटने वाले निरंकुश जीवन पद्धति से घृणा है !
जैसे ही आप में सह आस्तित्व, समन्वय, सनातन संस्कार और सनातन जीवन पद्धति और स्थानीय या क्षेत्रीय बोली भाषा, रीत रिवाज़, पहनावा और खान पान को अंगिकार करने के गुण आ जाएंगे, आप आतंकी से आदमी बन जाएंगे ! सध्भाव आपका आभूषण हो जाएगा !
Chalo apne #JADON की ओर !